भारत में लड़कियों के खिलाफ भेदभाव और असमानता एक प्रमुख समस्या रही है। लेकिन पिछले कुछ दशकों में, सरकार ने बेटियों के कल्याण, शिक्षा और विकास के लिए कई महत्वपूर्ण योजनाएं शुरू की हैं। ये योजनाएं लैंगिक समानता को बढ़ावा देने और लड़कियों को बेहतर अवसर प्रदान करने का प्रयास करती हैं।
आइए जानते हैं भारत में बेटियों के लिए शुरू की गई 10 सबसे लोकप्रिय सरकारी योजनाओं के बारे में विस्तार से:
1. बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ योजना (Beti Bachao, Beti Padhao)
बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ (BBBP) केंद्र सरकार द्वारा 2015 में शुरू की गई एक प्रमुख योजना है। इस अभियान का मुख्य उद्देश्य लिंग आधारित गर्भपात और कम लिंगानुपात जैसे सामाजिक मुद्दों को संबोधित करना और साथ ही बेटियों की शिक्षा और सशक्तिकरण को बढ़ावा देना है।
योजना की मुख्य विशेषताएं:
- गिरते बाल लिंगानुपात (CSR) पर चर्चा को सुविधाजनक बनाना और जागरूकता बढ़ाना
- लिंग आधारित चयनात्मक गर्भपात को समाप्त करना
- प्रचलित लैंगिक रूढ़िवादिता को चुनौती देना और लैंगिक समानता को बढ़ावा देना
- बाल विवाह, उत्पीड़न और लिंग आधारित हिंसा जैसी बाधाओं को दूर करना
- बेटियों के कल्याण और विकास के लिए सामुदायिक भागीदारी को प्रोत्साहित करना
- लड़कियों के लिए शिक्षा तक समान पहुंच सुनिश्चित करना और समावेशी शिक्षण वातावरण को बढ़ावा देना
2. सुकन्या समृद्धि योजना (Sukanya Samriddhi Yojana)
सुकन्या समृद्धि योजना (SSY) बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ (BBBP) पहल के तहत शुरू की गई एक सरकार समर्थित बचत योजना है। यह कार्यक्रम 10 वर्ष से कम उम्र की बेटियों के माता-पिता को उनकी भविष्य की शिक्षा और विवाह के खर्चों के लिए बचत करने के लिए प्रोत्साहित करता है।
योजना की मुख्य विशेषताएं:
- वरिष्ठ नागरिक बचत योजना (SCSS) की तरह, सुकन्या समृद्धि योजना डाकघरों और अधिकृत बैंकों के माध्यम से उपलब्ध है।
- SSY खाता माता-पिता या अभिभावक द्वारा बेटी के जन्म से लेकर उसके 10 वर्ष की आयु तक किसी भी समय खोला जा सकता है।
- SSY बैंक फिक्स्ड डिपॉजिट जैसे पारंपरिक बचत साधनों की तुलना में उच्च ब्याज दर प्रदान करता है। वर्तमान में SSY ब्याज दर 8.2% है (Q1 FY 2024-25)।
- अंशदान धारा 80(C) के तहत कर कटौती के लिए योग्य हैं।
- माता-पिता/अभिभावक 250 रुपये के नाममात्र के निवेश से बेटी के भविष्य की योजना बनाना शुरू कर सकते हैं।
- परिपक्वता अवधि खाता खोलने की तारीख से 21 वर्ष या बेटी की शादी (जो भी पहले हो) है।
3. बालिका समृद्धि योजना (Balika Samriddhi Yojana)
बालिका समृद्धि योजना लड़कियों के लिए एक और सरकारी योजना है जो 1997 में शुरू की गई थी। यह योजना गरीबी रेखा से नीचे के परिवारों की बेटियों को वित्तीय सहायता प्रदान करती है।
योजना की मुख्य विशेषताएं:
- 15 अगस्त 1997 को या उसके बाद जन्मी बेटियां इस योजना के तहत सहायता के लिए योग्य हैं।
- बेटी के जन्म पर माता-पिता को 500 रुपये की वित्तीय सहायता दी जाती है।
- लड़की को 10वीं कक्षा पूरी करने तक 300 रुपये से 1,000 रुपये तक की वार्षिक छात्रवृत्ति प्रदान की जाती है।
- एक ही परिवार की अधिकतम दो बेटियां इस योजना के लिए आवेदन कर सकती हैं।
4. CBSE उड़ान योजना (CBSE Udaan Scheme)
CBSE उड़ान योजना बेटियों के लिए एक शिक्षा-केंद्रित सरकारी योजना है। केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (CBSE) और मानव संसाधन विकास मंत्रालय ने इस योजना को शुरू करने और प्रतिष्ठित इंजीनियरिंग और तकनीकी संस्थानों में छात्राओं के नामांकन को बढ़ावा देने के लिए सहयोग किया।
योजना की मुख्य विशेषताएं:
- 11वीं और 12वीं कक्षा में पढ़ने वाली लड़कियों के लिए नि:शुल्क ऑनलाइन पाठ्य सामग्री
- योग्य छात्राओं के लिए सहकर्मी शिक्षण और मार्गदर्शन के अवसर
- वर्चुअल वीकेंड कक्षाएं और अध्ययन सहायता
- भौतिकी, रसायन विज्ञान और गणित धाराओं में नामांकित छात्राओं के लिए खुला है
- न्यूनतम अंक आवश्यकताओं के साथ योग्यता के आधार पर चयन
5. माध्यमिक शिक्षा के लिए लड़कियों को प्रोत्साहन देने की राष्ट्रीय योजना (National Scheme for Incentive to Girls for Secondary Education)
माध्यमिक शिक्षा के लिए लड़कियों को प्रोत्साहन देने की राष्ट्रीय योजना (NSIGSE), जिसे 2008 में शिक्षा और साक्षरता विभाग द्वारा शुरू किया गया था, एक राष्ट्रव्यापी कार्यक्रम है जिसका उद्देश्य लड़कियों, विशेष रूप से अनुसूचित जाति (SC) और अनुसूचित जनजाति (ST) समुदायों की लड़कियों के लिए माध्यमिक विद्यालय नामांकन दर को बढ़ाना और ड्रॉपआउट दर को कम करना है।
योजना की मुख्य विशेषताएं:
- एक बार चयनित होने पर, बेटी के नाम पर 3,000 रुपये एक FD खाते में जमा किए जाएंगे।
- परिपक्वता राशि तब निकाली जा सकती है जब वह 18 वर्ष की हो जाए और 10वीं कक्षा उत्तीर्ण कर ले।
- आवेदक को इस योजना के लिए आवेदन करने के लिए अपनी 8वीं कक्षा की परीक्षा उत्तीर्ण करनी चाहिए और 16 वर्ष से कम आयु की होनी चाहिए।
6. मुख्यमंत्री कन्या सुरक्षा योजना (Mukhyamantri Kanya Suraksha Yojana)
मुख्यमंत्री कन्या सुरक्षा योजना बिहार राज्य सरकार द्वारा शुरू की गई एक और पुरस्कार योजना है जो हर बेटी के माता-पिता को पुरस्कृत करती है। इस योजना के तहत, बेटी के जन्म के बाद 2000 रुपये की राशि जारी की जाती है। आप बेटी का जन्म प्रमाण पत्र प्रस्तुत करके इस लाभ का लाभ उठा सकते हैं।
योजना के तहत नामांकन के लिए पात्रता मानदंड क्या हैं?
- आवेदक बिहार राज्य का स्थायी निवासी होना चाहिए।
- आवेदक का परिवार गरीबी रेखा से नीचे (BPL) श्रेणी के अंतर्गत आना चाहिए।
- आवेदक कलेक्टर कार्यालय, ग्राम पंचायत या जिला परिषद में आवेदन कर सकता है।
- आवेदक के घर के पास के आंगनवाड़ी केंद्र में भी आवेदन किया जा सकता है।
7. मझी कन्या भाग्यश्री योजना (Mazi Kanya Bhagyashree Yojana)
मझी कन्या भाग्यश्री योजना महाराष्ट्र राज्य में शुरू की गई थी। यह योजना बेटी की मां को निम्नलिखित वित्तीय लाभ प्रदान करती है –
- बेटी के जन्म के समय 5,000 रुपये
- बेटी के 6 वर्ष की आयु पूरी करने पर 2,500 रुपये
- बेटी के 12 वर्ष की आयु पूरी करने पर 3,500 रुपये
- बेटी के 18 वर्ष की आयु पूरी करने पर 5,000 रुपये
आवेदन पत्र के साथ निम्नलिखित दस्तावेजों की सूची प्रस्तुत करनी होती है:
- आवेदक का आधार कार्ड
- बेटी का जन्म प्रमाण पत्र
- आय प्रमाण पत्र
- निवास प्रमाण पत्र
- बैंक पासबुक
- पासपोर्ट आकार की फोटो
8. नंदा देवी कन्या योजना (Nanda Devi Kanya Yojana)
यह योजना उत्तराखंड राज्य के लिए विशिष्ट है। इस योजना के तहत, नवजात बेटी के नाम पर 1,500 रुपये का फिक्स्ड डिपॉजिट किया जाता है। मूलधन के साथ-साथ उपार्जित ब्याज बेटी को 18 वर्ष की आयु प्राप्त करने और उच्च शिक्षा पूरी करने के बाद दिया जाता है।
9. लाड़ली लक्ष्मी योजना (Ladli Laxmi Yojana)
लाड़ली लक्ष्मी योजना मध्य प्रदेश सरकार द्वारा शुरू की गई एक लोकप्रिय योजना है। इस योजना का उद्देश्य लड़कियों के प्रति समाज के नकारात्मक रवैये को बदलना और उनके जन्म को प्रोत्साहित करना है।
योजना की मुख्य विशेषताएं:
- योजना के तहत, बेटी के जन्म के समय 6,000 रुपये का निवेश किया जाता है।
- यह राशि बेटी के 21 वर्ष की आयु प्राप्त करने पर 1 लाख रुपये तक बढ़ जाती है।
- इस योजना का लाभ उठाने के लिए, परिवार की वार्षिक आय 75,000 रुपये से कम होनी चाहिए।
- बेटी को स्कूल में दाखिला लेना होगा और 12वीं कक्षा तक पढ़ाई जारी रखनी होगी।
- यदि बेटी 21 वर्ष की आयु प्राप्त करने से पहले विवाह करती है, तो उसे 1 लाख रुपये का भुगतान किया जाएगा।
10. राजश्री योजना (Rajshree Yojana)
राजश्री योजना राजस्थान सरकार द्वारा शुरू की गई एक और बेटी-केंद्रित योजना है। इस योजना का उद्देश्य राज्य में लिंगानुपात में सुधार करना और बेटियों के प्रति सकारात्मक दृष्टिकोण को बढ़ावा देना है।
योजना की मुख्य विशेषताएं:
- बेटी के जन्म के समय, सरकार उसके नाम पर 2,500 रुपये जमा करती है।
- 10वीं कक्षा पूरी करने पर बेटी को 4,000 रुपये का भुगतान किया जाता है।
- 12वीं कक्षा पूरी करने पर बेटी को 5,000 रुपये का भुगतान किया जाता है।
- यदि बेटी अविवाहित रहती है और 18 वर्ष की आयु प्राप्त करने के बाद उच्च शिक्षा प्राप्त करती है, तो उसे 10,000 रुपये का भुगतान किया जाता है।
निष्कर्ष
ये सभी योजनाएं भारत में लड़कियों के कल्याण और विकास को बढ़ावा देने के लिए सरकार के प्रयासों को दर्शाती हैं। ये पहल न केवल लैंगिक असमानता को कम करने में मदद करती हैं, बल्कि बेटियों के प्रति समाज के नकारात्मक रवैये को बदलने और उनके सशक्तिकरण को बढ़ावा देने में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं।