उत्तर प्रदेश सरकार ने बेटियों के उज्जवल भविष्य के लिए एक बड़ा कदम उठाया है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कन्या सुमंगला योजना के तहत दी जाने वाली राशि को बढ़ाकर 25,000 रुपये कर दिया है। यह योजना बेटियों के जन्म से लेकर उनकी शिक्षा तक का सहारा बनेगी।
कन्या सुमंगला योजना क्या है?
कन्या सुमंगला योजना उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा नवंबर 2019 में शुरू की गई एक महत्वाकांक्षी योजना है। इस योजना का उद्देश्य बेटियों के जन्म को प्रोत्साहित करना, उनकी शिक्षा सुनिश्चित करना और बाल विवाह जैसी सामाजिक कुरीतियों को रोकना है। योजना के तहत बालिकाओं को लगभग 15 साल की अवधि में 6 चरणों में कुल 25,000 रुपये दिए जाते हैं।
कन्या सुमंगला योजना का उद्देश्य
कन्या सुमंगला योजना का मुख्य उद्देश्य है:
- बेटियों के जन्म को बढ़ावा देना
- कन्या भ्रूण हत्या रोकना
- बाल विवाह पर रोक लगाना
- बेटियों की शिक्षा को प्रोत्साहित करना
- लिंग असमानता को कम करना
- बेटियों को आत्मनिर्भर बनाना
योजना की मुख्य बातें
- यह योजना 25 अक्टूबर 2019 को शुरू की गई थी
- पहले इसमें 15,000 रुपये दिए जाते थे
- अब यह राशि बढ़ाकर 25,000 रुपये कर दी गई है
- यह राशि 6 किस्तों में दी जाएगी
- उत्तर प्रदेश की सभी बेटियां इसके लिए पात्र हैं
योजना के प्रमुख लाभ
कन्या सुमंगला योजना के तहत बालिकाओं को निम्नलिखित लाभ प्रदान किए जाते हैं:
- जन्म के समय: 5000 रुपये की एकमुश्त राशि
- पूर्ण टीकाकरण होने पर: 2000 रुपये (जन्म के 1 साल बाद)
- कक्षा 1 में प्रवेश लेने पर: 3000 रुपये
- कक्षा 6 में प्रवेश लेने पर: 3000 रुपये
- कक्षा 9 में प्रवेश लेने पर: 5000 रुपये
- कक्षा 12 पास करने और स्नातक/डिप्लोमा में प्रवेश लेने पर: 7000 रुपये
इस प्रकार बालिका के माता-पिता या अभिभावक को कुल 25,000 रुपये की धनराशि 6 किस्तों में दी जाती है। इस राशि का उपयोग बेटी की शिक्षा और भविष्य के लिए किया जा सकता है।
पात्रता मानदंड
कन्या सुमंगला योजना का लाभ पाने के लिए निम्नलिखित पात्रता मानदंडों को पूरा करना होगा:
- लाभार्थी का परिवार उत्तर प्रदेश का निवासी होना चाहिए। इसके लिए राशन कार्ड, आधार कार्ड, वोटर आईडी, बिजली या टेलीफोन बिल जैसे निवास प्रमाण मान्य होंगे।
- परिवार की वार्षिक आय 3 लाख रुपये से अधिक नहीं होनी चाहिए।
- एक परिवार की अधिकतम दो बेटियों को ही योजना का लाभ मिलेगा।
- परिवार में अधिकतम 2 बच्चे होने चाहिए।
- परिवार में दो से ज्यादा बच्चे नहीं होने चाहिए।
- गोद ली गई बेटियां भी इसके लिए पात्र हैं।
आवेदन प्रक्रिया
कन्या सुमंगला योजना के लिए आवेदन करने के इच्छुक पात्र लाभार्थी mksy.up.gov.in पोर्टल पर ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं। आवेदन करने के मुख्य चरण इस प्रकार हैं:
- सबसे पहले आधिकारिक वेबसाइट mksy.up.gov.in पर जाएं।
- होमपेज पर “First Time User – Register Yourself” लिंक पर क्लिक करें।
- अपना मोबाइल नंबर दर्ज करें और OTP सत्यापित करें।
- अब खुद को पंजीकृत करने के लिए मांगी गई सभी जानकारी भरें। इसमें अभिभावक का नाम, आधार नंबर, बैंक खाता विवरण आदि शामिल हैं।
- सभी विवरण भरने के बाद “Submit” बटन पर क्लिक करें।
- एक यूनिक आवेदन आईडी जनरेट होगी। इसे भविष्य के संदर्भ के लिए सेव कर लें।
- अब लॉगिन करें और बालिका का विवरण भरें। जन्म प्रमाण पत्र, आधार कार्ड, फोटो आदि अपलोड करें।
- सभी दस्तावेज़ सत्यापित होने के बाद आपका आवेदन स्वीकृत हो जाएगा और लाभ की पहली किस्त आपके बैंक खाते में भेज दी जाएगी।
आप ऑफलाइन भी आवेदन कर सकते हैं। इसके लिए निकटतम आंगनवाड़ी केंद्र, चाइल्ड डेवलपमेंट प्रोजेक्ट ऑफिस (CDPO) या जिला प्रोबेशन ऑफिस में जाकर आवेदन फॉर्म प्राप्त कर सकते हैं।
आवश्यक दस्तावेज
कन्या सुमंगला योजना के तहत आवेदन करने के लिए निम्नलिखित दस्तावेज आवश्यक हैं:
- बेटी का जन्म प्रमाण पत्र
- माता-पिता का आधार कार्ड
- परिवार का राशन कार्ड
- आय प्रमाण पत्र
- बैंक खाते की जानकारी
- बेटी की फोटो
- निवास प्रमाण पत्र
सभी दस्तावेज़ स्कैन करके अपलोड करने होंगे। दस्तावेज़ों की हार्ड कॉपी भी सत्यापन के समय प्रस्तुत करनी होगी।
अन्य महत्वपूर्ण जानकारी
- कन्या सुमंगला योजना का लाभ सिर्फ उत्तर प्रदेश की बालिकाओं को ही मिलेगा। अन्य राज्यों की बालिकाएं इस योजना के तहत आवेदन नहीं कर सकती हैं।
- योजना के लिए आवेदन करते समय अभिभावकों को एक वैध और अद्वितीय मोबाइल नंबर देना होगा। एक ही बालिका के लिए एकाधिक आवेदन मिलने पर सभी आवेदन खारिज कर दिए जाएंगे।
- अगर आपको योजना से जुड़ी किसी भी जानकारी या सहायता की आवश्यकता है, तो आप योजना के हेल्पलाइन नंबर 18008330100 पर संपर्क कर सकते हैं।
- आप अपने आवेदन की स्थिति ऑनलाइन चेक कर सकते हैं। इसके लिए mksy.up.gov.in पोर्टल पर लॉगिन करें और अपना आवेदन देखें।
निष्कर्ष
कन्या सुमंगला योजना उत्तर प्रदेश की बेटियों के लिए एक बड़ा वरदान साबित हो रही है। इससे न सिर्फ बेटियों की शिक्षा को बढ़ावा मिल रहा है, बल्कि समाज में उनके प्रति नजरिया भी बदल रहा है। 25,000 रुपये की बढ़ी हुई राशि से अब बेटियों को और ज्यादा मदद मिलेगी। यह योजना बेटियों के सपनों को पूरा करने में एक बड़ा कदम साबित होगी।